अडानी ग्रुप लंबे समय से विभिन्न उद्योगों द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है। अडानी ग्रुप आज देश के लगभग प्रत्येक औद्योगिक क्षेत्र में सक्रिय है और विभिन्न उद्योगों में अग्रणी उद्योग के रूप में जाना जाता है। अडानी ग्रुप ऊर्जा निर्माण के क्षेत्र में भी प्रशंसनीय काम कर रहा है। अलग-अलग राज्य में स्थित अडानी ग्रुप के पाॅवर प्लांट द्वारा बिजली निर्माण का कार्य किया जा रहा है जिससे देश की बिजली आपूर्ति होने के साथ ही साथ अब हम अन्य देशों को भी बिजली निर्यात करने में सक्षम है। अडानी ग्रुप के झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित अडानी गोड्डा प्लांट जो कि अत्याधुनिक पॉवर प्लांट है उससे बनने वाली बिजली अब बांग्लादेश को सप्लाई की जा रही है। बांग्लादेश के साथ हुए पॉवर परचेज एग्रीमेंट के तहत आगामी 25 वर्षों तक अडानी ग्रुप द्वारा बांग्लादेश को अडानी गोड्डा प्लांट बिजली सप्लाई की जाएगी जिससे वहाँ की दैनिक बिजली आवश्यकताओं के साथ अन्य विकास कार्यों में भी बिजली का उपयोग किया जाएगा जिससे कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और बेहतर बनेगी और वहाँ विभिन्न विकास कार्यों को गति मिलेगी। भारत-बांग्लादेश के बीच के संबंध अडानी ग्रुप कि इस पहल से और मजबूत होंगे साथ ही विश्व स्तर पर भारत की स्थिति और भी मजबूत बनेंगी।

विश्वस्तरीय तकनीक से लेस अडानी गोड्डा प्लांट

अडानी ग्रुप द्वारा देश के विभिन्न राज्यों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अडानी पॉवर लिमिटेड का सफल संचालन किया जा रहा है जिससे कि बिजली आवश्यकता को पूरा करने में बड़ा सहयोग मिल रहा है। अडानी ग्रुप द्वारा अडानी पॉवर लिमिटेड के रूप में संचालित हो रहे बिजली निर्माण केंद्रों से देश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत बन रही है। झारखण्ड के गोड्डा जिले में विश्वस्तरीय तकनीकों से लेस अत्याधुनिक अडानी पॉवर झारखण्ड लिमिटेड (एपीजेएल) जो अडानी गोड्डा प्लांट के रूप में लोकप्रिय है, 700 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। 16,00 मेगा वाट बिजली का उत्पादन की क्षमता के साथ 16 हज़ार करोड़ के बड़े इंवेस्टमेंटन से विकसित किया गया अडानी गोड्डा प्लांट गैस डी-सुल्फ्युराइज़र (एफजीडी) एवं सेलेक्टिव कैटेलिटिक रीकन्वर्टर (एससीआर) जैसी विश्वस्तरीय तकनीक से तैयार किया गया है जिसमें पर्यावरण की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा गया है।

इन आधुनिक तकनीकों से निर्मित होने की वजह से अडानी गोड्डा प्लांट को एक अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट (युएससीटीपीपी) के रूप में देश भर में पहचान मिली है। बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) एवं अडानी ग्रुप के बीच हुए पाॅवर परचेस एग्रीमेंट के तहत 1000 मेगावाट से अधिक बिजली बांग्लादेश को अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट द्वारा एक्सपोर्ट की जाएगी।
बांग्लादेश में बिजली निर्माण के लिए पर्याप्त संसाधन न होने की वजह से वहाँ फ़िलहाल बिजली के उत्पादन की संभावना नहीं है। इसी वजह से बिजली निर्यात करना बांग्लादेश सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। बांग्लादेश की रोजमर्रा जरूरतों और अन्य प्रकार के विकास कार्यों के लिए पावर इम्पोर्ट करना वहाँ की अर्थव्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए अत्यंत ज़रूरी है ताकि देश सुगमता से आगे बढ़ सके और नागरिकों का जीवन भी सुलभ हो।

भारत सरकार के नेतृत्व में अडानी ग्रुप द्वारा आगामी 25 सालों तक बांग्लादेश की बिजली आपूर्ति हेतु पावर सप्लाई की जाएगी। अडानी गोड्डा प्लांट से बांग्लादेश को बिजली सप्लाई करने के लिए अडानी ग्रुप द्वारा डेडिकेटेड ट्रांसमिशन सिस्टम का उपयोग हो रहा है जिससे अडानी गोड्डा प्लांट में निर्मित बिजली वहाँ तक पहुँचाई जा सके। इसके अलावा अडानी गोड्डा में बनने वाली बिजली का 25% हिस्सा झारखण्ड राज्य सरकार को दिया जाएगा जिससे प्रदेश के नागरिकों को भी लाभ हो साथ ही औद्योगिक एवं विकास कार्यों को भी सहयोग मिलेगा।

अडानी ग्रुप की इस पहल से भारत बांग्लादेश के रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी एवं बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था कारगर रूप से आगे बढ़ सकेगी। अगले 25 सालों तक भारत सरकार के माध्यम से अडानी गोड्डा द्वारा बांग्लादेश को जो सहयोग मिलेगा वह बांग्लादेश के लिए कई रूप में लाभकारी होगा जिससे वहाँ की इकनोमिक और इंडस्ट्रियल ग्रोथ तेजी से होगी।
इसके अलावा विश्वस्तरीय तकनीकों से तैयार किए गए अडानी गोड्डा प्लांट से भारतीय औद्योगिक क्षेत्र में भी क्रांति आएगी। पर्यावरण सुरक्षा को देखते हुए विकसित किए गए अडानी गोड्डा प्लांट से अन्य उद्योगों को भी इसी रूप में विकसित करने की नई राह मिलेगी जिससे पर्यावरण को भी हम बचा सकेंगे।

अडानी ग्रुप आज अलग अलग उद्योगों जैसे पॉवर, गैस, पोर्ट्स, सीमेंट, ग्रीन एनर्जी आदि में सक्रिय है और विश्व स्तर पर एक अग्रणी उद्योग के रूप में जाना जाता है। अत्याधुनिक टेक्निक के साथ डेवलप किए गए अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट से भी अब भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नए तरह से आग बढ़ने की राह मिली है। झारखंड राज्य के गोड्डा जिले में अडानी ग्रुप द्वारा ऑपरेट हो रहे अडानी गोड्डा अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट से एक ओर बांग्लादेश की बिजली आपूर्ति के साथ ही प्रदेश की भी आपूर्ति होगी वहीं दूसरी ओर भारतीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी। बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड के साथ हुए पॉवर परचेस करार के अंतर्गत आगामी 25 वर्षों बांग्लादेश को बिजली एक्सपोर्ट की जाएगी। भारत सरकार के इस सहयोग से बांग्लादेश में हो रहे डेवलपमेंट तेज होंगे एवं नागरिकों की रोजमर्रा जरूरतें आसानी से पूरी होंगी। अडानी ग्रुप के इस विश्व स्तर के अडानी गोड्डा प्लांट से भारत के औद्योगिक क्षेत्रों और अर्थ व्यवस्था में भी एक बड़ा बदलाव आएगा और हम प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए औद्योगिक काम पूरे कर पाएंगे।